भारतीय विश्व नीति में भारत आज भी सर्वहारा: अब उनके पास सिर्फ ग्लोबल साउथ ही एकमात्र सहारा है

प्रस्तावना: जब भारत ने 1947 में स्वतंत्रता प्राप्त की...
1. भारत: एक ऐतिहासिक 'सर्वहारा'
ब्रिटिश राज और वैश्विक मंचों से बहिष्करण...
2. BRICS: शक्ति या भ्रम?
चीन का प्रभुत्व, भारत की सीमाएं...
3. SAARC: टूटता क्षेत्रीय सपना
पाकिस्तान की बाधाएं, भारत का विमुख होना...
4. QUAD: भारत और अमेरिका के बीच असहज दूरी
रणनीतिक तालमेल की कमी, विचारधारा का टकराव...
5. अमेरिका, रूस, चीन — तीनों से दूरी
भारत की स्वतंत्र विदेश नीति का मूल्य...
6. संयुक्त राष्ट्र और G7 से लगातार बहिष्करण
सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट न मिलना, G7 में अनदेखी...
7. ग्लोबल साउथ: भारत की नैतिक और रणनीतिक आशा
वैक्सीन मैत्री, डिजिटल सहयोग और दक्षिण देशों का विश्वास...
8. G20 में भारत की अध्यक्षता: 'Global South' को एजेंडा
भारत की पहलें और विकासशील देशों की आवाज़...
9. भविष्य की चुनौती
भारत के आंतरिक असंतुलन और वैश्विक नेतृत्व का संघर्ष...
10. निष्कर्ष:
भारतीय विश्व नीति में भारत आज भी सर्वहारा है,
अब उसके पास सिर्फ ग्लोबल साउथ ही एकमात्र सहारा है।
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